विधायक, मंत्री बनने के बाद माननीय उत्तराखंड के मुद्दों से बना लेते हैं दूरी :- सिंह आनंद ।
देहरादून । आज मंडी समिति देहरादून के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह आनंद ने एक बयान जारी कर उत्तराखंड के वनों में लग रही आग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड के वनों में इन दिनों भीषण आग लग रही है जबकि वन मंत्री विदेश में सैर सपाटे पर निकले हुए हैं ।
उन्होंने कहा कि वन मंत्री को इस बात की कतई चिंता नहीं है की उत्तराखंड के वनों में जगह-जगह आग लग रही है और उससे जंगली जानवरों एवं वन संपदा को भारी नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि सुबोध उनियाल मंत्री बनने के बाद उत्तराखंड के जल, जंगल, जमीन के मुद्दों को भूल चुके हैं एवं सैर सपाटा,एशोआराम की जिंदगी जी रहे हैं। उन्होंने कहा यह उत्तराखंड का दुर्भाग्य है कि इस प्रकार के लोग उत्तराखंड के विधायक एवं मंत्री बन जाते हैं, इस वक्त वन मंत्री को उत्तराखंड के वनों में आग लगने पर आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देश देने एवं स्वयं निरीक्षण करना था, परंतु वन मंत्री सैर सपाटे को विदेश निकले हुए हैं । उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जहां लगभग 75% से अधिक वन क्षेत्र है वहां वन मंत्री का दायित्व एवं भूमिका और अधिक बढ़ जाती है लेकिन वन मंत्री सुबोध उनियाल को इसकी बिल्कुल भी चिंता नहीं है एवं वे विदेशी दौरे को तरजीह हुए सैर सपाटा कर रहे हैं उन्होंने कहा इससे पूर्व भी ऐसा देखा गया है की कई बार जब विभागीय कार्यों हेतु मंत्री को उत्तराखंड में उपस्थित होना था तो वह देश और विदेश के सैर सपाटे पर थे।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य में अब तक 708 हेक्टेयर वन भूमि आग से नष्ट हो चुकी है और जानकारी के अनुसार अब तक 584 वन अग्नि के मामले भी सामने आए हैं, लेकिन वन मंत्री के कानों तले जूं नहीं रेंग रही है।
उन्होंने कहा यह बहुत दुख की बात है कि वन मंत्री का काम महज प्रेस कॉन्फ्रेंस एवं अपने ऐ सी कमरे में बैठकर विभागीय मीटिंग तक ही सीमित रह गया है । रविंद्र आनंद ने चेताते कहा कि यदि जल्द ही इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वह वनों में लग रही आग पर वन विभाग एवं वन मंत्री की लापरवाही पर उग्र आंदोलन करेंगे ।