गुस्से में सैकड़ों ग्रामीणों ने घेरी कोतवाली, लगाया आरोप
रुड़की । हरिद्वार के रुड़की में बदमाशों ने एक युवक पर चाकुओं से हमला किया। घायल व्यक्ति की उपचार के दौरान मौत हो गई। युवक की मौत की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों गुस्से में कोतवाली का घेराव कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर हत्यारोपियों को बचाने का आरोप लगाया। उधर भीड़ को बढ़ता देख आसपास के थानों की पुलिस भी गंगनहर कोतवाली बुलानी पड़ी। ग्रामीणों का कहना है कि दो माह से इस मामले में कोई कार्रवाई पुलिस की तरफ से नहीं की गई। ग्रामीण आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन और ग्रामीण आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची और घटना के बारे में जानकारी जुटाई गई। इसके बाद दोनों घायलों को रुड़की के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। लेकिन पंकित की हालत गंभीर मानते हुए चिकित्सकों ने उसे एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर कर दिया। लेकिन 29 सितंबर की रात पंकित की उपचार के दौरान मौत हो गई।
वहीं एम्स में पंकित की मौत खबर गांववासियों को लगी तो गुस्से में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने गंगनहर कोतवाली का घेराव कर दिया। ग्रामीण धरने के रूप में कोतवाली परिसर में ही बैठ गए। वहीं ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए आसपास के थानों की पुलिस भी गंगनहर कोतवाली बुलानी पड़ी। ग्रामीणों ने पुलिस पर हत्यारोपियों को बचाने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने दो माह से इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप भी पुलिस पर लगाया है।
गंगनहर कोतवाली में आक्रोशित ग्रामीणों के बीच झबरेड़ा से कांग्रेस के विधायक वीरेंद्र जाती और भाजपा के पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल भी पहुंचे और पुलिस अधिकिरियों से इस मामले में बातचीत की। जिसपर पुलिस ने तत्काल टीमें बनाकर आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया और बनाई गई पुलिस टीमों को आरोपियों को पकड़ने के लिए रवाना किया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना खत्म किया।
गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्या पाल ने बताया कि ग्रामीणों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया गया है। शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी पहले ही की जा चुकी है। अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम को रवाना किया गया है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
ये है मामला: दरअसल, रुड़की गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के माधोपुर गांव का रहने वाला 19 वर्षीय अंकित कुमार पुत्र राजकुमार गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के सुनहरा गांव में श्रेया पैथोलॉजी लैब पर काम करता था। 3 अगस्त की देर शाम अंकित छुट्टी के बाद अपने गांव माधोपुर जा रहा था। जैसे ही वह गांव के पास बने अंडर पास पर पहुंचा तो पहले से घात लगाए बैठे करीब आधा दर्जन बदमाशों ने उसे रोक लिया। उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। बदमाशों ने अंकित पर चाकू से हमला किया। इसी दौरान गांव का ही 23 वर्षीय पंकित कुमार जो घर लौट रहा था, उसने देखा कि अंकित के साथ कुछ लोग मारपीट कर रहे हैं। पंकित जैसे ही बीच बचाव करने के लिए बीच में घुसा तो बदमाशों ने उसके ऊपर भी चाकू से हमला कर दिया। हमला करने के बाद बदमाश फरार हो गए। दोनों ने घायल अवस्था में अपने-अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी।
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