देहरादून : तुलाज़ इंस्टीट्यूट में आज शैक्षणिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान, उत्तराखंड के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. जगमोहन सिंह राणा की गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर प्रो. राणा ने संकाय सदस्यों के साथ भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) पर विशेष संवाद किया तथा भारत बोध–आईकेएस राष्ट्रीय परीक्षा 2026 के पोस्टर का विमोचन किया। इसके साथ ही संस्थान में राष्ट्रीय गणित दिवस भी उत्साहपूर्वक मनाया गया।
संकाय संवाद सत्र के दौरान प्रो. डॉ. जे. एम. एस. राणा ने उच्च शिक्षा से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण शैक्षणिक विषयों पर विचार साझा किए और विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान की भूमिका एवं दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारत बोध–आईकेएस परीक्षा के उद्देश्यों, संरचना और राष्ट्रीय महत्व पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि यह परीक्षा विद्यार्थियों को भारत की समृद्ध बौद्धिक एवं सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने के साथ-साथ उनके अकादमिक दृष्टिकोण और आलोचनात्मक चिंतन को सुदृढ़ करने में सहायक है।
इस अवसर पर महान भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय गणित दिवस भी मनाया गया। प्रो. डॉ. राणा ने रामानुजन को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गणित के क्षेत्र में उनके अद्वितीय योगदान को स्मरण किया। उन्होंने तार्किक सोच, रचनात्मकता और निरंतर प्रयास के महत्व पर बल देते हुए कहा कि रामानुजन का जीवन और कार्य आज भी विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को प्रेरणा प्रदान करता है।
कार्यक्रम में प्रो. अनीता रावत ने भी सहभागिता करते हुए उच्च शिक्षा में गणित की प्रासंगिकता और इसके अंतर्विषयक अनुप्रयोगों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने विद्यार्थियों में विश्लेषणात्मक क्षमता और शोधोन्मुखी दृष्टिकोण विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के अंत में प्रो. डॉ. जे. एम. एस. राणा ने गणित विभाग के संकाय सदस्यों को पुस्तकें भेंट कर सम्मानित किया तथा शिक्षण, मार्गदर्शन और शैक्षणिक उत्कृष्टता में उनके योगदान की सराहना की।
कार्यक्रम में संकाय सदस्यों एवं छात्रों की सक्रिय सहभागिता रही, जिससे यह आयोजन बौद्धिक रूप से समृद्ध और प्रेरणादायी बन सका।

