देहरादून: तुलाज़ इंस्टिट्यूट ने आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों और योगदान को सराहा गया। आईसीसी समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में नारी सशक्तिकरण, समानता और सम्मान की भावना को दर्शाया गया।
इस विशेष अवसर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ हुई, जिसके बाद छात्रों ने उत्तराखंड के लोक नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी, जिससे राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिली।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पुरस्कार वितरण और सम्मान समारोह रहा, जिसमें महिला स्टाफ सदस्यों को शिक्षा, नेतृत्व और मार्गदर्शन में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस सम्मान के माध्यम से तुलाज़ इंस्टिट्यूट ने अपने इस संकल्प को दोहराया कि वह महिलाओं को प्रोत्साहित करने और उनके समृद्ध भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है।
अपने प्रेरणादायक संबोधन में मुख्य अतिथि नेहा जोशी ने भारत में महिला सशक्तिकरण की दिशा में हो रही प्रगति और अग्रणी महिलाओं की प्रेरणादायक कहानियों को साझा किया। उन्होंने कहा, “आज की महिलाएँ न केवल बाधाओं को तोड़ रही हैं, बल्कि नए कीर्तिमान भी स्थापित कर रही हैं। उनका योगदान भारत के उज्ज्वल भविष्य का आधार है, और हमें हर स्तर पर उनकी आवाज़ को पहचानने और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।”
इस अवसर पर तुलाज़ ग्रुप के वाइस चेयरमैन रौनक जैन ने शिक्षा और कार्यस्थलों में लैंगिक समानता की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “सच्ची प्रगति तभी संभव है जब हम महिलाओं को समान अवसर प्रदान करें और उनके हर क्षेत्र में किए गए योगदान का उत्सव मनाएँ।”
इस कार्यक्रम में अन्य गणमान्य व्यक्तियों में तुलाज़ इंटरनेशनल स्कूल के हेडमास्टर रमन कौशल, निदेशक डॉ. शैलेन्द्र कुमार तिवारी, डीन डॉ. निशांत सक्सेना, रजिस्ट्रार डॉ. विजय कुमार उपाध्याय, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुगम गुप्ता और तुलाज़ इंस्टिट्यूट की शाइस्ता हसन उपस्थित रहे।