पंतनगर। विश्व की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (“एचजेडएल”) ने 30 सितंबर 2024 को समाप्त दूसरी तिमाही और छमाही के लिए अपने परिणामों की घोषणा की। हिंदुस्तान जिंक के प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने बताया कि हिंदुस्तान जिंक ने अपनी पिछली तिमाही से गति प्राप्त करना जारी रखते हुए दूसरी तिमाही में खनन और रिफाइन्ड धातु उत्पादन में ऐतिहासिक ऊंचाइयों को हांसिल किया है। कीमती धातुओं की मजबूत कीमतों का लाभ उठाते हुए, हमने अग्रणी तौर पर पायरो संचालन के माध्यम से चांदी के उत्पादन को अधिकतम करने पर ध्यान केंद्रित किया है, जिसके परिणामस्वरूप चांदी की मात्रा में 10 प्रतिशत क्रमिक वृद्धि हुई है।
हमारी नेट जीरो प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के लिए, बोर्ड ने 530 मेगावाट के लिए सेरेंटिका के साथ तीसरे चैबीसों घंटे अक्षय ऊर्जा (आरई) वितरण समझौते को मंजूरी दी है, जिससे कुल बिजली की आवश्यकता में आरई बिजली का योगदान 70 प्रतिषत से अधिक हो गया है। जिंक अनुप्रयोगों का विस्तार करने के उद्देश्य से, हमने अगली पीढ़ी की जिंक-आधारित बैटरियों पर विकास कार्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित एक प्रमुख संस्थान जेएनसीएएसआर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए हैं।
इस तिमाही में सुरक्षा के प्रति हिन्दुस्तान जिंक की प्रतिबद्धता के लिए ब्रिटिश सेफ्टी काउंसिल और ऑल इंडिया माइन सेफ्टी अवार्ड्स जैसे प्रतिष्ठित मंचों पर कई सम्मान प्राप्त हुए, जिसमें हमारी पहली महिला भूमिगत खदान बचाव टीम को विश्व की दूसरी सर्वश्रेष्ठ महिला टास्क फोर्स के रूप में मान्यता प्रदान की है।
हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य वित्तीय अधिकारी संदीप मोदी ने बताया कि तिमाही के दौरान, हिंदुस्तान जिंक ने अनुकूल बाजार स्थितियों के समर्थन से मजबूत परिचालन प्रदर्शन के साथ छःतिमाही का उच्चतम ईबीआईटीडीए और पीएटी दर्ज किया। परिचालन उत्कृष्टता और वैश्विक लागत नेतृत्व को जारी रखने की अपनी पहल को प्रमाणित करते हुए, हिंदुस्तान जिंक ने वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में 7 प्रतिषत साल-दर-साल की महत्वपूर्ण उत्पादन लागत में कमी, जिससे तिमाही के लिए प्रति टन 1071 डॉलर की उत्पादन लागत दर्ज की है। तीसरे अक्षय ऊर्जा वितरण समझौते के निष्पादन से लागत में कमी और इसकी पूर्वानुमेयता को और समर्थन मिलेगा। कंपनी ने तिमाही के दौरान आठ तिमाही का उच्चतम ईबीआईटीडीए मार्जिन भी दर्ज किया है, जो कि 450 बीपीएस साल-दर-साल सुधार के साथ 50 प्रतिशत से अधिक है।
हिन्दुस्तान जिंक ने दूसरी तिमाही में अब तक का सर्वाधिक खनित धातु उत्पादन 256 हजार टन किया, जो कि जावर खदान में उच्च अयस्क उत्पादन के कारण वर्ष-दर-वर्ष से 2 प्रतिषत अधिक है, जिसकी आंशिक भरपाई सिंदेसर खुर्द खदान में कम खनित धातु ग्रेड द्वारा की गई, और कुल खनित धातु ग्रेड कम होने के कारण तिमाही-दर-तिमाही 2 प्रतिषत कम रहा। वित्तीय वर्ष 2025 की छमाही में खनित धातु उत्पादन 519 हजार टन रहा, जो अब तक का सर्वश्रेष्ठ है, जो कि उच्च अयस्क ट्रीटमेंट और समग्र खनन धातु ग्रेड में सुधार के साथ वर्ष-दर-वर्ष 2 प्रतिषत अधिक है।
हिन्दुस्तान जिंक का दूसरी तिमाही में सर्वाधिक खनित धातु उत्पादन
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