श्रीनगर: एमएसपी की मांग को लेकर किसानों से एक बार फिर से हल्ला बोला है। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए एमएसपी पर कानून और ऋण माफी सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसान नेताओं ने 16 फरवरी के भारत बंद का ऐलान किया था। जिसे देशभर में समर्थन मिला। गढ़वाल केन्द्रीय विवि के छात्रों ने भी किसानों को समर्थन दिया।
गढ़वाल विवि के छात्र संगठन डीएसओ ने गोला बाजार में हरियाणा, पंजाब के आंदोलित किसानों को समर्थन दिया। डीएसओ के छात्र कुलदीप रमोला ने कहा छात्र किसान आंदोलन को अपना पूरा समर्थन देते हैं। उन्होंने कहा उत्तरांखड में भी किसानों को उनके उत्पादों का न्यूनतम समर्थन नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा उत्तराखड के माल्टा बड़ी मात्रा होता है। किसानों को उसका कुछ भी फायदा नहीं मिलता। पहाड़ो में कोल्ड स्टोरो की भारी कमी है। जिसके कारण किसानों की फसल सब्जियां फल बर्बाद हो जाती हैं। इसलिए उत्तराखड के किसानों के लिए भी वे किसानों का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा किसानों को उनका हक मिलना चाहिए।
इस मौके पर एसयूसीआई के राज्य सयोजक डा। मुकेश सेमवाल ने कहा किसान आंदोलन एक वाजिब आन्दोलन है। किसान अपने हक की आवाज को उठा रहे हैं। सरकार आंदोलन को दबाना चाहती है जो देश के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा किसान जो फसल उगाता है कम से कम उसका लागत मूल्य का भुगतान किया जाना चाहिए। इस मौके पर डीएसओ की कार्यकारणी सदस्य रेशमा पंवार ने कहा आंदोलन को छात्रों का पूरा समर्थन है। जरूरत पड़ी तो आंडीएसओ छात्र संगठन आंदोलन को धार देने के लिए दूसरे विश्वविद्यालयों में भी प्रचार प्रसार करेगा।
गढ़वाल विवि के छात्रों ने किसान आंदोलन को दिया समर्थन

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