- उद्यान विभाग के क्षेत्रीय प्रभारी ने कोठारी महंत को जारी किया नोटिस
- पेड़ों को काटने के लिए अखाड़े संतों ने उद्यान विभाग से नहीं ली अनुमति
हरिद्वार। हरे भरे पेड़ों को काटने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी तक वन माफिया मिलकर ही हरे भरे पेड़ों पर आरिया चला रहे थे। अब अखाड़ों के बाग से भी पेड़ों को बिना अनुमति काटे जाने लगा है। ताजा मामला पंचायती अखाड़ा निर्मल की इक्कड़ शाखा का है। जहां संतों ने उद्यान विभाग की बिना अनुमति के ही बाग से हरे पेड़ों को कटवा डाला। मामला जानकारी में आने के बाद उद्यान विभाग की ओर से अखाड़े के कोठारी महंत को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। वही इस मामले को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। पंचायती अखाड़ा निर्मल की इक्कड़ में शाखा है। जहां आसपास आम के बाग भी बने हुए हैं।
फलदार पेड़ लगे होने के बावजूद भी बाग से पेड़ों को कटवा दिया गया। सूत्रों के अनुसार इक्कड स्थित शाखा पंचायती अखाड़ा निर्मल में बाग में आम के पेड़ लगे हुए थे पांच पेड़ों को उद्यान विभाग की अनुमति लिए बिना ही अवैध रूप से बगीचा के कर्मचारी ने काट दिया। किसी ने इसकी शिकायत उद्यान विभाग को कर दी गई। जिसके बाद विभाग की टीम में मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। तब पांच आम के हरे पेड़ कटे हुए पाए गए।
इसके बाद उद्यान विभाग के क्षेत्रीय प्रभारी जोर से पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री को नोटिस जारी किया गया। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या पेड़ों को कटवाने वाले संतों पर कोई कार्रवाई होगी या फिर मामले को सिर्फ खानापूर्ति कर दबा दिया जाएगा।