हज़रत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ अजमेरी की शान में गुस्ताख़ी करने वाली नूपुर जे शर्मा के खिलाफ कोतवाली बरेली में की गई कम्पलेन
बरेली :- ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के कार्यकर्ताओं ने कोतवाली पहुंच कर एक प्रथना पत्र दिया। जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ़्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी की तरफ से कोतवाली में दिए गए प्रथना पत्र में कहा गया है कि ऑपइंडिया की मुख्य सम्पादक नूपुर जे शर्मा की तरफ से हज़रत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ अज़मेर शरीफ़ की शान में गुस्ताखी की गयी है, नूपुर जे शर्मा ने ख़्वाजा साहब पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि उन्होंने हिंदूओं पर अत्याचार किए और औरतों के साथ बलात्कार किया है।
इस तरह के बयान ने मुस्लिम समाज के लाखों लोगों के दिलों को ठेस पहुंचाई है, मुस्लिम समाज इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए इस बात को स्पष्ट करना चाहता है कि कट्टरपंथी अक्सर ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ अजमेरी की शान में बे अदबी और गुस्ताखी करते रहते हैं, लेकिन अब एक पत्रकार द्वारा उनका अपमान करके हद पार कर दी गई है, उनका ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल है जिसको मैंने सुना और पढ़ा है, जिससे मुझे सख्त तक्लीफ पहुची, मैं ख़्वाजा साहब का अनुयायी हूं इसलिए मैरी भावनाओं को ठेस पहुंची है।
मौलाना ने प्रथना पत्र में कि हज़रत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ अजमेरी ने आठ सौ सालों से अधिक समय से दुनिया को शांति और सद्भाव का पैगाम दिया है और उनकी दरगाह से उनके अनुयायी अपनी मुरादें पाते हैं, उनकी दरगाह पर सभी धर्मों के लोग बिना किसी भेदभाव के जाते हैं और अपनी मन्नतें मांगते हैं।
इसलिए हज़रत ख़्वाजा गरीब नवाज के अकीदतमंदों के दिलों को ठेस पहुंचाने वाली पत्रकार नूपुर जे शर्मा के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाये ताकि कट्टरपंथी विचारधारा के लोग ऐसी भड़काऊ टीका टिप्पणी भविष्य में न करें।
प्रथना पत्र में कहा गया है कि ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की दरगाह भारत में एक ऐसी दरगाह है जो सूफ़ी विचारधारा का केंद्र माना जाता है, हर साल उर्स के मौके पर भारत के प्रधानमंत्री भारत सरकार की तरफ से चादर भेजकर अपनी आस्था प्रकट करते है।
मीडिया का काम देश के हालात को लोगों के सामने रखना है न कि किसी सूफ़ी बुजुर्ग के सम्मान का अपमान करना, ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ का दरबार वह दरबार है जहां हर धर्म के लोग मन्नत मांगने जाते हैं और ख़्वाजा गरीब नवाज सभी की मुरादें पूरी करते हैं वह ऐसा दरबार है, जहाँ से आज तक कोई खाली हाथ नहीं लौटा है, इस लिए सरकार को चाहिए कि लाखों हिन्दू और मुस्लिम लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के जुर्म में एफआईआर लिखकर कानूनी कार्रवाई की जाये।
नूपुर जे शर्मा के खिलाफ हिंदू-मुस्लिम दंगा भड़काने के जुर्म में बंगाल की राज्य सरकार ने 2020 में अलग-अलग थानों में 3 एफआईआर दर्ज की थी, इससे जाहिर होता है कि वो सम्प्रदायिक छवि रखती है और उनकी पत्रकारिता भी सम्प्रदायिको के दरमियान नफ़रत फैलाने का काम करती है।
कोतवाली पहुंचने वालों में मुख्य रूप से मौलाना सूफ़ी मुजाहिद हुसैन, हाजी नाजिम बेग़, वसीम मियां, सय्यद तय्यब चिश्ती, कलीम कुरैशी, रोमान अंसारी, ज़ोहेब अंसारी,शाहिद खां आदि उपस्थित रहे।