यूपी में आपदाओं से निपटने के लिए योगी सरकार का बड़ा फैसला, तीन नई SDRF का किया गठन
उत्तर प्रदेश : प्राकृतिक आपदा में जल्द से जल्द राहत पहुंचाने की तैयारी में योगी सरकार!
जनहानि रोकने के लिए योगी सरकार ने किया तीन नये राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) का गठन!
अधिकारी ने बताया कि बाढ़, सूखा, भूकंप, आकाशीय बिजली के अलावा 11 आपदाओं को भी सूची में किया गया शामिल!
राज्य आपदाओं की सूची में नौका दुर्घटना, सर्पदंश, सीवर सफाई, गैस रिसाव, बोरवेल में गिरना, मानव वन्य जीव द्वन्द, नदी में डूबना शामिल!
प्रदेश में आपदाओं से बचाव और आम लोगों को जागरूक करने के लिए किया जा रहा है ग्राम स्तर पर राहत चौपाल का आयोजन!
राहत आयुक्त जीएस नवीन ने दिया एक बयान!
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को बाढ़, अचानक आई बाढ़, मच्छर जनित बीमारियों, औद्योगिक दुर्घटनाओं, भूकंप, नाभिकीय खतरों समेत किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन तंत्र को और मजबूत बनाने के निर्देश दिये थे निर्देश!
प्रदेश में किया जा रहा है तीन नये राज्य आपदा मोचन बल का गठन!
नये बलों के लिए खरीदे जा रहे हैं 80.75 करोड़ रुपये से उपकरण और 9.99 करोड़ रुपये से वाहन!
उत्तर प्रदेश सरकार ने उठाया ये कदम..!
प्रदेश सरकार ने अधिक से अधिक पीड़ितों को राहत कोष का लाभ दिलाने के लिए कई दुर्घटनाओं को राज्य आपदा में शामिल किया है. राज्य आपदाओं की सूची में नौका दुर्घटना, सर्पदंश, सीवर सफाई, गैस रिसाव, बोरवेल में गिरना, मानव वन्य जीव द्वन्द, डूबना, सांड एवं नीलगाय के आघात से होने वाली मौत शामिल है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा स्कूली पाठ्यक्रमों और शिक्षा परिषदों में आपदा प्रबंधन के विषयों को शामिल किया गया. प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान, पुलिस अकादमी, राज्य ग्राम विकास संस्थान, सचिवालय प्रशिक्षण संस्थान, राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान सहित अन्य संस्थानों में आपदा प्रबंधन पाठ्यक्रम शामिल है.
उन्होंने बताया कि योगी सरकार ने प्रदेश में नौका दुर्घटनाएं रोकने के लिए नाव सुरक्षा एवं नाविक कल्याण नीति-2020 बनाई है. प्रथम चरण में 872 गोताखोर और 5123 नाविकों को नाव सुरक्षा किट का वितरण किया गया है. राहत आयुक्त ने कहा कि प्रदेश में डूबने की घटनाओं को रोकने के लिए वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर में मुख्यमंत्री बाल तरणवीर कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं.
राहत आयुक्त ने बताया कि मौसम संबंधी पूर्व चेतावनी तंत्र को मजबूत करने के लिए प्रदेश की सभी तहसीलों में 450 ऑटोमैटिक वेदर स्टेशन (एडब्ल्यूएस), ब्लॉक स्तर पर 2 हजार ऑटोमैटिक रेन गेज (एआरजी) और 5 प्रमुख शहरों में 5 ‘डॉप्लर रडार’ की स्थापना की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रदेश में आपदाओं से बचाव और आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से ग्राम स्तर पर लगभग सात हजार राहत चौपालों का आयोजन किया जा चुका है. राहत चौपालों में जनपद स्तर के अधिकारी ग्रामीनों को आपदाओं से बचाव की तैयारी, आपदा के दौरान बरती जानेवाली सावधानियों की जानकारी दे रहे हैं.