UP विधानसभा सत्र : मायावती ने सरकार व विपक्ष ने इन मुद्दों पर चर्चा कर दी नसीहत
उत्तर प्रदेश : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सरकार व विपक्ष को विधानसभा सत्र के दौरान जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा की नसीहत दी है। मंगलवार को इंटरनेट मीडिया एकाउंट एक्स पर किए गए अपने पोस्ट में मायावती ने विधानसभा सत्र के दौरान पक्ष-विपक्ष को राजनीति के बजाए प्रदेश का पिछड़ापन दूर करने के लिए कार्य करने की हिदायत दी है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज (28 नवंबर) से शुरू हो गया है. शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई. दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कल तक स्थगित करने का ऐलान किया. शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 का अनुपूरक बजट सदन में पेश करेगी. विभिन्न विधेयक भी सदन के पटल पर रखे जाएंगे. विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए रणनीति तैयार कर ली है.
सदन की कार्यवाही के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी बहस देखने को मिल सकती है. पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सदन को सुचारू रूप से चलाने में सरकार और विपक्ष दोनों के सहयोग की अपील की है. उन्होंने कहा कि देश का सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य गरीब और पिछड़ा है. ऐसे में 25 करोड़ लोगों के समतामूलक विकास और प्रगति के लिए जिम्मेदारी केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की है. राज्य के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए जरूरी है कि सरकार और विपक्ष एकसाथ आएं.
मायावती ने नसीहत दी कि सरकार और विपक्ष को राजनीति से ज्यादा जनहित के मुद्दों पर काम करना चाहिए. सदन में जनहित और विकास के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि शीतकालीन सत्र जिम्मेदारियों को पूरा करने में लाभकारी साबित होगा या औपचारिकता मात्र बनकर रह जाएगा.
बसपा प्रमुख ने अपने पोस्ट में लिखा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र राज्य के समग्र विकास व जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा के कारण प्रदेशहित में साबित होगा या फिर अन्य कारणों से औपचारिकता मात्र होकर ही रह जाएगा?
बसपा प्रमुख मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लगातार दो पोस्ट कर सत्ता पक्ष और विपक्ष को आईना दिखिया. उन्होंने दोनों खेमों से प्रदेश के विकास में रचनात्मक भूमिका निभाने का आह्वान किया.