पर्यटन, वैलनेस, फिल्म शूटिंग, एडवेंचर टूरिज्म इत्यादि क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा उत्तराखंड
देहरादून। राज्य स्थापना दिवस की 23 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ‘‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’’ दिनभर ट्रेंड होता रहा। राज्य स्थापना दिवस के मुख्य कार्यक्रम में आज राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं प्रदान की। वहीं, राज्य स्थापना के इस खास अवसर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्रेंड हुए डेस्टिनेशन उत्तराखंड ने और भी खास बना दिया। दरअसल, राज्य की 23 वीं वर्षगांठ पर लोगों ने एक्स पर अपनी खूब अभिव्यक्ति व्यक्त की।
गौरतलब है कि उत्तराखंड पर्यटन से लेकर वैलनेस, योगा, एडवेंचर टूरिज्म, बागवानी, इंडस्ट्री जैसे क्षेत्रों में निरंतर नई बुलंदियों को छू रहा है। अभी गतिमान चारधाम यात्रा में भी देश-दुनिया के लोगों ने देवभूमि में रिकॉर्ड संख्या में पहुंच चार धामों के दर्शन किये। अब तक 55 लाख से ज्यादा लोग चारधाम आ चुके हैं। वहीं, दिसंबर में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए देश-दुनिया में हुए रोड-शो ने निवेशकों को उत्तराखंड की ओर आकर्षित किया है। फिल्म शूटिंग के लिए भी उत्तराखंड बॉलीवुड के लिए नया डेस्टिनेशन बन गया है। तमाम बड़े प्रोडक्शन हाउस राज्य की आकर्षक फिल्म नीति से प्रभावित होकर ज्यादा से ज्यादा फिल्मों की शूटिंग यहां कर रहे हैं। इसी माह टिहरी झील में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की पैराग्लाइडिंग इवेंट होने जा रहा। ऐसे में राज्य स्थापना दिवस के खास मौके पर एक्स पर लोगों ने शुभकामनाओं के साथ डेस्टिनेशन उत्तराखंड को लेकर अपनी राय रख इसे ट्रेंड में टॉप में बनाए रखा।
राज्य स्थापना दिवस पर आंदोलनकारी हुए सम्मानित
हल्द्वानी। राज्य स्थापना दिवस पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को याद किया गया। इस मौके पर जगह-जगह कार्यक्रम हुए। एसडीएम कोर्ट परिसर में राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर उत्तराखंड मंडी परिषद के अध्यक्ष अनिल कपूर डब्बू, मेयर जोगेंद्र रौतेला, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ठ, नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम परितोष वर्मा समेत तमाम राज्य आंदोलनकारी मौजूद थे। इधर चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के जिलाध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट के नेतृत्व में राज्य आंदोलनकारियों ने छह सूत्रीय मांगों को लेकर बुद्ध पार्क में उपवास रखा। उन्होंने गैरसैंण को राजधानी बनाने, सरकारी आफिसों में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने, 10 प्रतिशत आरक्षण देने, पेंशन 15 हजार दिये जाने जैसी मांगें उठाई। उपवास में बैठने वालों में राजेंद्र नेगी, लीला फत्र्याल, कमला नेगी, माधवी बिष्ट, राजेंद्र सुयाल, पार्वती तिवारी, लक्ष्मी डंगवाल, कमल जोशी, जगमोहन बगडवाल आदि शामिल थे।