भाजपा महिला मोर्चा की कथनी और करनी में फर्क – गरिमा मेहरा दसौनी
आज जनता के सामने भाजपा का असली चेहरा : गरिमा मेहरा दसौनी
भाजपा महिला मोर्चा के हाथी के दांत दिखाने के और खाने के और है : गरिमा मेहरा दसौनी
उत्तराखंड भाजपा महिला मोर्चा मुंह में दही जमा कर बैठा रहा : गरिमा मेहरा दसौनी
देहरादून : उत्तराखंड भाजपा महिला मोर्चा द्वारा महिला सम्मान आयोजित किए जाने वाले बयान को उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने हास्यासपद करार दिया है। दसोनी ने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा के हाथी के दांत दिखाने के और खाने के और है ।
दसोनी ने भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष आशा नौटियाल को बेनकाब करते हुए कहा की उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी के हत्याकांड से लेकर आज तक भाजपा महिला मोर्चा की किसी भी सदस्य ने उसके साथ हुए अन्याय और अत्याचार पर अपना मुंह नहीं खोला ।
अंकिता भंडारी को न्याय की बात करना तो दूर की बात , वनंतरा रिसोर्ट में अपनी ही एक महिला विधायक की उपस्थिति में बुलडोजर चलाए जाने की निंदा तक नहीं की। और तो और अंकित भंडारी की पहली पुण्यतिथि पर भाजपा महिला मोर्चा की किसी भी सदस्य ने दिवंगत आत्मा की याद में एक मोमबत्ती या दिया जलाने तक की जहमत नहीं उठाई ।
दसौनी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवानों के द्वारा भाजपा के ही एक सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर तमाम तरह के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए लेकिन उत्तराखंड भाजपा महिला मोर्चा मुंह में दही जमा कर बैठा रहा।
दसौनी ने महिला मोर्चा को याद दिलाते हुए कहा की मणिपुर में महिलाओं पर हो रहे विभत्स अत्याचार और दो महिलाओं को सार्वजनिक तौर पर नग्न अवस्था में भीड़ द्वारा दौड़ाए जाने को लेकर भी भाजपा महिला मोर्चा मौन साधे रहा ।
ऐसे में दसौनी ने भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष आशा नौटियाल एवं तमाम सदस्यों पर चुनावी बेला में मात्र वोट उगाही के लिए महिला सम्मान की बातों को सिरे से झूठा करार दिया।
दसौनी ने कहा कि भाजपा में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं होता सिर्फ मंचों से बड़ी-बड़ी बातें और भाषण दिए जाते हैं। दसौनी ने कहा की आज उत्तराखंड में महिला अपराधों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है और भाजपा महिला मोर्चा सिलेक्टिव राजनीति कर रही है। दसौनी ने कहा कि आज जनता के सामने भाजपा का असली चेहरा सामने आ चुका है।
दसौनी ने भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्षा को नसीहत देते हुए कहा की आडंबर प्रपंच और झूठ की राजनीति ना करते हुए माताओं और बहनों के लिए धरातल पर उतरकर असली लड़ाई लड़ने का काम करें।