पहाड़ी जिलों में भी तापमान 40 डिग्री तक पहुंचा
देहरादून। हिमालयी राज्य उत्तराखंड भी इन दिनों सूरज की तपीश से जल रहा है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई शहरों में लू यानी हीटवेव अलर्ट जारी किया है। ऐसे में लोगों से अपील की जा रही है कि जरूरत पड़ने पर ही वो घर से बाहर निकले। मौसम विभाग की माने तो फिलहाल लोगों को गर्मी से राहत मिलने से आसार नजर नहीं आ रहे है।
इन दिनों सड़ी गर्मी से बचने के लिए लोग उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य का रूख कर रहे है, लेकिन यहां भी लोगों को राहत नहीं मिल रही है। प्रदेश के कई हिस्सों में गर्म हवाएं चल रही है, जिस कारण तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया है। वहीं उत्तराखंड के पहाड़ी जिले टिहरी और उत्तरकाशी की बात करें तो यहां भी तापमान 38 से 40 तक पहुंच रहा है। यहीं कारण है कि मौमस विज्ञान केंद्र देहरादून ने उत्तराखंड के कई जिलों में हीटवेव को लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने अनुसार अगले 24 घंटे लोगों को हीटवेव से राहत मिलने से आसार नजर नहीं आ रहे है। हीटवेव की चपेट में उत्तराखंड के बागेश्वर, चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जैसे पहाड़ी जिले भी शामिल है। देहरादून, हरिद्वार और उधमसिंह नगर जैसे जिले तो बीते 20 दिनों से गर्मी की मार झेल रहे हैं।
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में तो हालत ये है कि दोपहर के समय लोगों का सड़क पर निकलना भी मुश्किल हो रहा है। पहाड़ी जिलों का यहीं हाल है। यहां बीते 15 दिनों उच्च तापमान दर्ज किया जा रहा है। मौमस विभाग के अनुसार 15 जून तक लोगों को किसी भी तरह से हीटवेव से राहत मिलने से आसार नजर नहीं आ रहे है। तपमान बढ़ने के साथ ही जंगलों की आग भी फिर से धधकने लगी है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक के जंगल इन दिनों जल रहे है। हालांकि गर्मी से बचने के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में उत्तराखंड का रूख कर रहे है। इसी वजह से उत्तराखंड के तमाम पर्यटन स्थल जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश, नैनीताल, देहरादून और मसूरी पूरी तरह से पैक है। हालांकि पर्यटक शाम को ही होटलों से बाहर निकल रहे है। डॉक्टरों की सालह है कि जरूर पड़ने पर ही घर से बाहर निकले। दिन में करीब 8 से 10 गिलास पानी पिए। इस बीच नींबू पानी, नारियल और अन्य लाभकारी ड्रिंक भी आपको फायदा करेंगे। अल्कोहल और कैफीन का सेवन बिलकुल न करें। यह शरीर में डिहाइड्रेशन बढ़ाते हैं। इसके साथ ही सूती कपड़े और ढीले ढाले कपड़े पहने। कोशिश करें कि 12 से लेकर शाम 4.30 तक घर में ही अपना समय बिताए और हल्का खाना खाएं। मौसमी फल जरूर खाए।