श्रीनगर। पौड़ी में गुलदार और बाघ के बीच बंदरों और कुत्तों का आतंक भी बढ़ गया है। पौड़ी जिला मुख्यालय क्षेत्र और श्रीनगर की जनता को अभी तक सिर्फ गुलदार की दहशत के बीच जीना पड़ रहा था लेकिन अब बंदरों और आवारा कुत्तों के बढ़ते हमलों के मामलों ने लोगों के बीच डर को कई गुना कर दिया है। सोमवार को पौड़ी के जिला अस्पताल में बंदर और कुत्तों के हमले में घालय 8 लोग पहुंचे। जिसमें एक महिला की गंभीर हालत को देखते हुए हायर सेंटर रेफर किया गया है।
पौड़ी में लोगों को बाघ और गुलदार के साथ ही अब कुत्तों और बंदरों से भी खुद को सुरक्षित करना होगा। पौड़ी जिला अस्पताल में इन दिनों बंदरों और कुत्तों के हमले में घायल लोग उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल पौड़ी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अडबाला विजय बाबू ने बताया कि पौड़ी के कुंजेठा गांव की 75 वर्षीय सरोजनी देवी किचन में खाना बना रही थी। इसी दौरान बंदर किचन में घुस गया और दरवाजा अचानक बंद हो गया। बंदर ने बुजुर्ग सरोजनी देवी पर हमला कर दिया। बुजुर्ग के शोर मचाने पर पड़ोसियों ने उन्हें बचाया। लेकिन तब तक बंदर उनके सिर को बुरी तरह जख्मी कर चुका था। उन्होंने बताया कि प्राथमिक उपचार के बाद बुजुर्ग को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। इसके अलावा पौड़ी की हेमलता देवी भी बंदर के हमले में घायल हुईं। इसके अलावा डॉ. विजय ने बताया कि पौड़ी के विभिन्न क्षेत्रों से कुत्तों के हमले में घायल मरीज भी अस्पताल पहुंच रहे हैं। सोमवार को प्रेम लाल, कैलाश रावत, गोकुल सिंह, अंकित चौहान, जय प्रकाश और गौरी कुत्तों के हमले में घायल हुए। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, नगर पालिका पौड़ी के ईओ गौरव भसीन ने बताया कि शहर में क्विक रिस्पांस टीम द्वारा निरंतर बंदरों को पकड़ने का काम किया जा रहा है। अब तक नगर क्षेत्र से 300 बंदरों को पकड़कर जंगल में छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि हमलावर कुत्तों की पहचान कर उन्हें भी पकड़ा जा रहा है।
गुलदार के बीच बंदरों और आवारा कुत्तों ने बढ़ाई दहशत, 8 लोगों को काटा
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