गौचर / चमोली। चमोली जिले में लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार इस साल की पहली बर्फबारी हो गई है। जिससे निचले इलाकों में ठंड बढ़ गई है। बुधवार देर रात मौसम खराब होने व हल्की बारिश के चलते जनपद में बृहस्पति की सुबह तक ऊंची पहाड़ियों पर झमाझम बारिश के साथ बर्फबारी हो गई। जो दिनवर तक जारी है। पहाड़ों में मौसम का मिजाज बदलने के बाद चारों ओर सफेदी छा गई है। बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, विश्व प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र औली, हनुमान चट्टी सहित पिंडर घाटी, कर्णप्रयाग विकासखंड तथा पोखरी विकासखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी होने से चारों तरफ सफेद चादर सी फैल गई है। बर्फबारी होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। ठंड बढ़ने के चलते लोगों ने अलाव जलाने शुरू कर दिये हैं। काफी लम्बे इंतजार के बाद हुई बारिश और बर्फबारी से किसानों के साथ ही पर्यटकों के आने से व्यवसायियों के चेहरे खिल गए हैं। पहाड़ों पर बर्फबारी समय पर ना हो तो पहाड़ों पर होने वाली सेव आदि की फसल खराब हो जाती है पर अब बर्फबारी होने से आशा है कि सेव की पैदावार भी अच्छी मात्रा में हो सकेगी। लोगों का कहना है कि देर से हुई इस बारिश से निचले इलाकों में बोई गई गेहूं आदि की फसल को अब कोई खास फायदा होना वाला नहीं है। पिछले तीन माह से बारिश न होने से फसलें पहले ही बर्बाद हो गई है। जिस वजह से किसानों ने अपने क्षेत्रों में सूखा ग्रस्त करने की मांग भी कर ली है।

