- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दे दिए ये निर्देश
अयोध्या : प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां परखने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को रामलला व बजरंगबली के दर्शन पूजन किए। उन्होंने तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य रामभद्राचार्य से दो बार भेंट की। दिन में मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री शाम को उनकी कथा में भी पहुंचे। 1008 कुंडीय महायज्ञ में सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आहुति देकर सुखी, स्वस्थ व समृद्ध उत्तर प्रदेश की कामना की। मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने रामकथा संग्रहालय में अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अति विशिष्टजन की सुरक्षा के प्रबंध करें। वीवीआईपी के साथ एक लाइजनिंग अधिकारी की तैनाती की जाए। ऐसे लोगों की तैनाती करें जो कि रामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ, अयोध्या के पौराणिक, ऐतिहासिक और भौगोलिक महत्व से अच्छी तरह परिचित हों। आवश्यकता हो तो उनकी काउंसिलिंग भी कराई जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कॉल सेंटर को 24 घंटे चालू रखें । 22 जनवरी के बाद सभी राज्यों से लोग आएंगे। ऐसे में छह माह की स्थिति का आकलन करते हुए कार्य योजना तैयार कर लें। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह उपरांत एक फरवरी को राज्य सरकार के सभी मंत्री एक साथ श्रीरामलला का दर्शन-पूजन करने आएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धर्म पथ, जन्मभूमि, भक्ति व राम पथ की थीम आधारित सजावट कराई जाए। उन्होंने कहा कि रैन बसेरों को और व्यवस्थित किया जाए। प्राण प्रतिष्ठा समारोह और उसके बाद के लिए पार्किंग और यातायात प्रबंधन कार्ययोजना बनाएं। अयोध्या को जोड़ने वाले प्रमुख मार्गों पर पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था हो। कहीं भी फुटपाथ पर अतिक्रमण नहीं होना चाहिए।
सीएम ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के कारण अगले दो-तीन दिनों तक अयोध्या में सामान्य यातायात प्रभावित होने की संभावना है। ऐसे में नगरवासियों को खाद्यान्न, पेयजल, रसोई गैस आदि आवश्यक वस्तुओं का अभाव नहीं हो। रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट के आसपास साफ-सुथरा परिवेश हो। प्रमुख मार्गों व गलियों में धूल नहीं उड़े, गंदगी न हो। जगह-जगह कूड़ेदान रखे हों। इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह आदि उपस्थित रहे।