- जन-जागरूकता कार्यक्रम से ही नशे के आतंक को रोका जा सकता
- आज की युवा पीढ़ी नशे से बच गई तो कल देश बच जाएगा
देहरादून। मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्ट्राचार निवारक समिति उत्तराखण्ड द्वारा प्रदेश में विगत 15 वर्षों से नशे के खिलाफ चलाए जा रहे जन-जागरूकता अभियान के क्रम में शनिवार को मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्ट्राचार निवारक समिति एवं सीआईएमएस कॉलेज देहरादून के अध्यक्ष ललित मोहन जोशी ने सजग इंडिया के माध्यम श्री गुरू राम राय इण्टर कॉलेज नेहरूग्राम रायपुर देहरादून के छात्र-छात्राओं से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं से नशे से दूर रहने व अपने आस-पास के लोगों को भी नशे के खिलाफ जागरूक करने की अपील की। उन्होने कहा कि भारत युवाओं का देश है, और किसी भी राष्ट्र के निर्माण में युवाओं की भूमिका अहम होती है। हमारे देश को जहां अपने युवाओं से बहुत सारी उम्मीदें हैं, तो वहीं कुछ विदेशी ताकतें हमारे युवाओं को नशे के चंगुल में फंसाकर देश की जड़ों को कमजोर करना चाहती हैं। इसलिए हमारी युवा पीढ़ी को सजग रहते हुए नशा रूपी राक्षस से दूर रहना होगा। और अपने आस-पास के लोगों में भी नशे के खिलाफ जन-जागरूकता लानी होगी।
ललित जोशी ने बताया कि आतंकवाद को सबसे ज़्यादा फंडिंग नशे के कारोबार से होती है। जाने- अनजाने में नशा करने वाले युवा आतंकवाद को बढ़ावा देते है। अतः हम सब को नशा मुक्त समाज के निर्माण का संकल्प लेना चाहिये। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार साझा किए और कार्यक्रम की सराहना करते हुए करते कहा कि इस तरह के कार्यक्रम हमें नशे के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करेंगे। कुछ विद्यार्थियों ने बताया कि उनके घरों में भी उनके परिचित नशा करते हैं, जिससे उन्हें भी कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विद्यार्थियों ने संकल्प लिया कि वह अपने परिचितों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए उन्हें नशा छोड़ने को प्रेरित करेंगे। कार्यक्रम के अंत में ललित जोशी द्वारा विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई गई, साथ ही स्कूल के 10 निर्धन मेधावी विद्यार्थियों को मिशन एजुकेशन स्कीम के तहत अपने संस्थान सीआईएमएस एंड य़ूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून में निरूशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करेंगे। कार्यक्रम में श्री गुरू राम राय इण्टर कॉलेज नेहरूग्राम रायपुर देहरादून की प्रधानाचार्या प्रतिभा पाठक, स्कूल के शिक्षकगण सहित 1000 छात्र-छात्राओं ने नशा मुक्त उत्तराखंड बनाने का संकल्प लिया।